कार्यक्रम में 100 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया , साथ हीं होली के गानो पर सुंदर डान्स किया कार्यक्रम में काव्य सम्मेलन का आयोजन भी हुआ ।कार्यक्रम में शिल्पा ने अरे जा रे हट नटखट , पंखुरी ने मोहे रंग दो लाल , दीप्ति आहूजा ने बलम पिचकारी ,साध्वी ने तोरी लचके जब कमरिया , ऋचा ने राज़ी बोल जा , सिमरनजीत ने बलम पिचकारी पर सुंदर नृत्य किया , वही विभा त्रिपाठी ने कभी ख़ुद को भी आज़माया करो ,अनिता शर्मा ने हर बार छलि गई नारी ,अल्पना ने हम तो है
नारियाँ , ज्योति सिंह ने तुम बहुत याद आती हो , आकांक्षा ने रखते है हम दिल में जिसको, इशमीता ने हाँ मैं नारी हुँ ,जैसी सुंदर काव्य रचनाओं का प्रस्तुतिकरन किया ।