राजधानी लखनऊ में कर्मचारी,शिक्षक, पेंशनर्स ने निकाली तिरंगा यात्रा



अतीत, वर्तमान और भविष्य के सपनों का प्रतिबिंब तिरंगा: हरिकिशोर तिवारी

लखनऊ,  राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के आहवान पर आज कर्मचारी,शिक्षक पेंशनर्स ने डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ कार्यालय भवन से देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के आहवान पर आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर तिरंगा यात्रा निकाली। तिरंगा यात्रा का नेतृत्व परिषद की जिलाध्यक्ष अमिता त्रिपाठी और डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ लोक निर्माण के अध्यक्ष इं. एन.डी. द्विवेदी ने किया। नारों के साथ हाथों में स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरे हाथ में तिरंगा और दो पक्तियों के साथ संघ भवन से शुरू तिरंगा यात्रा परिषद कार्यालय राजभवन द्वार प्रथम से विक्रमादित्य चौराहा, लॉरेटों स्कूल होते हुए एनेक्सी भवन, विधानसभा, लोकभवन होते हुए गांधी प्रतिमा हजरतगंज, लोक निर्माण विभाग मुख्यालय होते हुए संघ भवन में सम्पन्न हुई।



 डिप्लोमा इंजीनिययर्स संघ लोक निभार्ण विभाग प्रागण से निकाली गई तिरंगा रैली में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष इं. हरिकिशोर तिवारी, महामंत्री शिवबरन सिंह यादव, अविनाश श्रीवास्तव, फईम अख्तर, संजीव गुप्ता, रजनीश अरोड़ा, अमरजीत मिश्रा, धर्मेन्द्र सिंह, इं. दिवाकर राय, सुभाष तिवारी, राजेश वर्मा, नीलम श्रीवास्तव, राम सुरेश सिंह,विनोद कुमार, इरशाद अंसारी, अमरनाथ यादव, संयज यादव, जितेन्द्र यादव, महेन्द्र सिंह डोलिया, इं. श्रवण कुमार, इं. राजर्षि त्रिपाठी सहित कई संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष महामंत्री शामिल रहे।

डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ लोक निर्माण विभाग, कृषि विभाग, बाल विकास पुष्टाहार, मण्डी परिषद, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कर्मचारी संघ, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण निदेशालय, उद्यान निदेशालय, ड्रांइग स्टाफ परिसंघ, सांख्यकी सेवा संघ, वाणिज्यकर ,श्रम विभाग, चकबंदी, राजस्व, बोरिंग टेक्निशियन, बेसिक शिक्षा परिषद,पुलिस परिवार कल्याण परिषद, निबंधन, डीआईओएस एटीडी, कोषागार, लेखा एवं लेखा परीक्षक, टेक्नीकल विभाग सहित सेवा निवृत्त शिक्षक कर्मचारी संघों के हजारों सदस्य पदाधिकारी तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। तिरंगा यात्रा के समापन अवसर पर हजारों पदाधिकारियों और सदस्यों को सम्बोधित करते हुए परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि हमारा तिरंगा, हमारे अतीत के गौरव को, हमारे वर्तमान की कर्तव्यनिष्ठा को और भविष्य के सपनों का भी एक प्रतिबिंब है। हमारा तिरंगा भारत की एकता का, भारत की अखंडता का और भारत की विविधता का भी एक प्रतीक है। हमारे सेनानियों ने तिरंगे में देश का भविष्य देखा, देश के सपने देखे और इसे कभी झुकने नहीं दिया। उन्होने कहा कि आज आजादी के 75 साल बाद जब हम नए भारत की यात्रा आरंभ कर रहे हैं, तिरंगा एक बार फिर देश की एकता और चेतना का प्रतिनिधित्व कर रहा है। देश ने आजादी के इन वर्षो में बहुत कुछ हासिल किया है। अभी देश को कई ऐतिहासिक मुकाम हासिल करने है। प्रदेश में आजादी के 75 वर्षो में रिकार्ड उपलब्धियॉ दर्ज कराई जा चुकी है। विकास का सिलसिला जारी है। देश के विकास मंें कर्मचारी, शिक्षक और पेंशनर्स होने के नाते हमारी एक अलग भूमिका सामाज को नजर आनी चाहिए। उन्होंने परिषद से जुड़ सभी संगठनो, संधो एवं एसोसिएशन से आहवान किया कि हर घर तिरंगा अभियान के तहत स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए लोगों का उत्साह बढ़ाएं। साथ ही एक भारत, श्रेष्ठ भारत के तहत अपने यहां भोजन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करें।