राजधानी लखनऊ में विश्वकर्मा ब्रिगेड द्वारा अधिवेशन का किया गया आयोजन

     


विश्वकर्मा ब्रिगेड उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों और नौजवानो का यह  अधिवेशन प्रदेश भर से आये नौजवानों का आभार प्रकट करता है। ब्रिगेड के सभी नौजवान विश्वकर्मा समाज के मनुमय त्वष्टा दैवग्य शिल्प की अस्मिता अस्तित्व और एकजुटता को बनाये रखने  तथा समाज के सम्मान स्वाभिमान और पहचान को बनाये रखने के लिये संकल्प लेते हैं। विश्वकर्मा समाज के ऊपर हो रहे उत्पीडन  अत्याचार अपमान और उपेक्षा को रोकना और आपस मे समभाव सौहार्द कायम करना  ही विश्वकर्मा ब्रिगेड का लक्ष्य है।अपने संघर्षों के बल पर कार्य करने के कारण ही प्रदेश का विश्वकर्मा समाज आज विश्वकर्मा ब्रिगेड के नौजवानों पर भरोसा करने लगा है। ऐसे मे ब्रिगेड के नौजवानों की जिम्मेदारी बढ जाती है।     केन्द्र और प्रदेश सरकारों की गलत नीतियों के चलते प्रदेश मे गरीबी भुखमरी महगांई और बेरोजगारी लगातार बढती जा रही है। मंहगी शिक्षा होने के कारण नौजवान गुणवत्ता युक्त  और रोजगारपरक  शिक्षा से नौजवान बंचित हो रहा है जिससे लाखों विश्वकर्मा समाज के नौजवान बेरोजगार हो गये  है। प्रदेश सरकार द्वारा पुश्तैनी और परम्परागत कारोबार जैसे लोहे लकडी के रोजगार को बढावा न देने कारण विश्वकर्मा समाज का विकास रूक सा  गया है। नौकरी और रोजगार के अवसर न मिलने के कारण नौजवानों मे निराशा ब्याप्त हो गयी है।आये दिन विश्वकर्मा समाज के ऊपर हो रहे उत्पीडन समाज के नौजवानों की हत्याएं महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार जमीनों पर कब्जे तथा फर्जी मुकदमों मे फंसाना आदि घटनाओं से विश्वकर्मा समाज दुखी और निराश है।जनपद बागपत बहराईच श्रावस्ती और महराजगंज मे समाज के ऊपर हुए जघन्य अत्याचार से विश्वकर्मा समाज मे आक्रोश ब्याप्त है।विश्वकर्मा समाज पर सत्ता संरक्षित लोगो के अत्याचार पर कार्यवाही न कर  भाजपा सरकार बेखबर होकर अपना गुणगान मे लगी है। सपा सरकार मे विश्वकर्मा समाज के विकास के चलाये विशेष अभियान जैसे कुटीर उद्योग के ग्राम सभा की जमीन का पट्टा विश्वकर्मा लोहार बढई समाज के नौजवानों को आईटीआई का प्रमाण पत्र सरकारी विभागों मे पुश्तैनी काम करने वाले लोगो को ही नौकरी और रोजगार देने का कार्य वर्तमान भाजपा सरकार ने बन्द कर दिया। विश्वकर्मा समाज के गौरव और सम्मान के प्रतीक भगवान विश्वकर्मा के पूजा दिवस 17 सितम्बर को सपा सरकार द्वारा किये गये सार्वजनिक अवकाश को वर्तमान सरकार ने निरस्त करके भगवान विश्वकर्मा का अपमान किया है। विश्वकर्मा समाज भगवान विश्वकर्मा के का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। विश्वकर्मा ब्रिगेड का यह अधिवेशन भाजपा सरकार के इस कृत्य की निन्दा करता है और मांग करता है कि सरकार 17 सितम्बर को विश्वकर्मा पूजा का सार्वजनिक अवकाश घोषित करे। अब यह विश्वास हो गया है कि सरकार सरकार ही समाज को सुरक्षा सम्मान रोजगार और विकास दे सकती है।                      वास्तव मे विश्वकर्मा ब्रिगेड के गठन करने का उद्देश्य ही विश्वकर्मा समाज के ऊपर उत्पीडन अत्याचार को रोकना तथा समाज को न्याय और राहत  दिलाना है। दैवी आपदा के समय मे अन्य स्वंयसेवी संगठनों की तरह यह संगठन भी लोगो की मदद करेगा। इसके लिये विश्वकर्मा ब्रिगेड को प्रत्येक जनपद मे 100 नौजवानों की फौज तैयार करनी होगी जो विषम परिस्थितियों में एकजुट होकर मुकाबला कर सके और समाज के लोगो को सुरक्षा और राहत दें सके। हर जनपद हर तहसील और हर ब्लाक मे ब्रिगेड का संगठन तैयार किया जायेगा।अपनी अलग पहचान बनाने के लिये विश्वकर्मा ब्रिगेड के नौजवानों को   सफेद टी शर्ट और ब्लैक जींन्स का ड्रेस पहनना होगा तथा विश्वकर्मा ब्रिगेड का कार्ड लगाना होगा जो हर सभा सम्मेलन या विशेष आयोजन पर अपनी छाप छोड सके। विश्वकर्मा ब्रिगेड के नौजवानो का संगठन प्रत्येक जनपद तहसील ब्लाक मे एक व्हाट्स अप ग्रुप बनाकर ब्रिगेड की गतिविधियों का संचालन करेगा और आपसी सूचनाओं का आदान प्रदान करेगा। विश्वकर्मा ब्रिगेड के नौजवानों को सोशल मीडिया के माध्यम से  आईटी सेल क्षेत्र मे भी लगातार कार्य करना होगा जो अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के संगठन और विश्वकर्मा समाज की सूचनाओं को आवश्यकता के अनुसार आदान प्रदान कर सके। विश्वकर्मा ब्रिगेड के संगठन का गठन अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के रजिस्ट्रेशन और बाइलॉज के अधीन किया गया है जो मूल रूप से महासभा का युवा संगठन है। विश्वकर्मा समाज के नौजवानों मे हीनता की भावना त्याग करने उनमें आत्म विश्वास पैदा करने और देश और समाज के बेहतर भविष्य के लिये काम करना होगा। महापुरुषों के इतिहास का जन जन मे पहुचाना होगा तथा विश्वकर्मा समाज की खोयी हुई प्रतिष्ठा को वापस लाना होगा। ब्रिगेड के नौजवानों को बिना स्वार्थ और लालच के समाज की सेवा करने का संकल्प लेना होगा तभी ब्रिगेड पहचान बनेगी। संगठन को प्रदेश भर मे चलाने के लिये मण्डल स्तर पर पदाधिकारी नियुक्त किये जायेगे तथा प्रशिक्षण शिविर लगाकर नौजवानों को शिक्षित किया जायेगा ।