कैबिनेट मंत्री मत्स्य विभाग डॉ० संजय निषाद ने अपने जन्मदिन के अवसर पर कई कार्यक्रमों में शामिल हुए



निषाद पार्टी, सुप्रीमो एवं मा० कैबिनेट मंत्री(मत्स्य विभाग) उ०प्र० सरकार डॉ संजय कुमार निषाद जी ने आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शिकरत की। 

आज सुबह 09:30 बजे श्री निषाद जी ने गोमती हैचरी को प्रदेश की प्रथम अत्याधुनिक हैचरी के रूप में विकसित करने हेतु विभिन्न कार्यो का लोकार्पण किया। श्री निषाद जी ने विभिन्न विभागीय योजनाओं की बुकलेट का लोकार्पण भी किया। श्री निषाद जी की मौजूदगी में प्रदेश में चिताला एवम पाब्दा प्रजाति की मछली के विकास के किये राष्ट्रीय मत्स्य अनुवांशिक संधान ब्यूरो एवं मत्स्य विभाग उ०प्र० के बीच MoU पर हस्ताक्षर हुए। श्री निषाद जी ने आज अपने जन्मोत्सव के अवसर पर गोमती हैचरी में वृक्षारोपण भी किया। इस अवसर पर मत्स्य जीवी सहकारी संघ के अध्यक्ष, उ०प्र० मत्स्य विकास निगम के अध्यक्ष एवं प्रमुख सचिव मत्स्य विभाग भी मौजूद रहे।

दोपहर 02 बजे श्री निषाद जी के नेतृत्व में कसरवल आंदोलन की 08 वी वर्षी पर *कसरवल आंदोलन स्मृति दिवस* के उपलक्ष्य में मॉल एवेन्यू निषाद पार्ट प्रादेशिक कार्यालय से शांतिपूर्ण पदयात्रा को निकालते हुए मॉल एवेन्यू स्तिथ सुन्नी वक्फ बोर्ड के पास ACP और ACM को मा० प्रधानमंत्री जी, मा० गृहमंत्री जी, मा० मुख्यमंत्री जी को सम्बोधित ज्ञापन और धन्यवाद प्रस्ताव दिया गया। 

इस अवसर पर श्री निषाद जी ने बताया कि मछुआ समाज की एकता और अखंडता का प्रतीक है कसरवल आंदोलन साथ ही पूर्व की सरकार की विफलता और मछुआ विरोधी होने का भी प्रतीक है यह आंदोलन दिवस। उन्होंने कहा कि कसरवल आंदोलन निषाद समाज और  उन्हें प्रेरित करता है कि अपने हक-हकूक-अधिकारों के लिए किसी भी परिस्थिति में झुकना नही है क्योंकि झुकने से हम ककायर और लड़ने से हम शहीद हो जाते है। श्री निषाद जी मे कहा कि जिस प्रकार शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे मछुआ समाज पर आरक्षण की आवाज उठाने को लेकर पूर्ववर्ती समाजवादी सरकार ने लाठीचार्ज और फायरिंग की थी वो उनका मछुआ समाज विरोधी चेहरे को दर्शाता है। 



 श्री निषाद  ने कहा केंद्र और प्रदेश सरकार आज मछुआ समाज के हित में कार्य कर रही है। उनको विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है, चाहे फिर वो प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, मत्स्य पालक कल्याण कोष, निषादराज बोट योजना, मछुआ दुर्घटना बीमा योजना समेत अन्य योजनाएं प्रदेश में संचालित है, जिससे प्रदेश के मछुआ समाज मे सर्वागीण विकास संभव है।