राजधानी लखनऊ में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने भरी हुँकार


लखनऊ- पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच (जे.एफ.आर.ओ.पी.एस) की उत्तर प्रदेश इकाई के तत्वाधान में रेलवे स्टेडियम चारबाग, लखनऊ में आयोजित प्रान्तीय हुंकार रैली में आज केन्द्रीय एवं राज्य कर्मचारी जिनमें रेलवे, पोस्टल, प्रतिरक्षा, आयकर, शिक्षक तथा राज्य सरकार के लाखों कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। इस रैली को पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच (जे.एफ.आर.ओ.पी.एस) के राष्ट्रीय संयोजक व ऑल इण्डिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के महामंत्री कामरेड शिव गोपाल मिश्रा, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष, कामरेड हरिकिशोर तिवारी, प्रान्तीय संयोजक, कामरेड आर.के.पाण्डेय, कन्फिडरेशन के राष्ट्रीय सचिव कामरेड एस.बी. यादव, परिषद के महासचिव कामरेड शिवबरन सिंह यादव, प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष कामरेड सुशील पाण्डेय, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष कामरेड योगेश त्यागी, आयकर कर्मचारी नेता कामरेड बृजेश यादव समेत तीन विधायकों व कर्मचारी संघों के वरिष्ठ नेताओं द्वारा सम्बोधित किया गया।




रैली को मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुए एन.जे.सी.ए. के राष्ट्रीय संयोजक कामरेड शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि विगत् 21 जनवरी, 2023 को नई दिल्ली में सम्पन्न राष्ट्रीय अधिवेशन में सर्वसम्मति से निधारित किये गये कार्यक्रम के अनुपालन में प्रतिमाह पुरानी पेंषन योजना बहाली की मांग को लेकर निरन्तर जनसम्पर्क, मशाल जुलूस, पेंशन-रथ यात्रा आदि के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। कर्मचारियों द्वारा विभिन्न आन्दोलनों के क्रम में केन्द्र सरकार द्वारा नई पेंशन स्कीम की समीक्षा हेतु चार सदस्यीय कमेटी की घोषणा माननीय वित्त मंत्री द्वारा 23 मार्च, 2023 को की गई व इसकी एक बैठक भी गत् 09 जून, 2023 को आयोजित हुई, जिसमें जेसीएम स्टाफ साइड की ओर से उन्होंनें पुरानी पेंशन स्कीम बहाली से कम किसी शर्त पर चर्चा करने से इन्कार कर दिया है। कामरेड मिश्रा ने उपस्थित लाखों कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए आगे कहा कि यह प्रचण्ड हुंकार रैली सरकार के लिए एक चेतावनी है व उसे आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर भी इसे एक राजनैतिक मुद्दे के रूप में देखना चाहिए। कामरेड मिश्र ने स्पष्ट रूप से यह चेतावनी दी की यदि सरकार पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा अतिशीघ्र नहीं करती है तो देशभर के लाखों-लाख कर्मचारी आम चुनावों में उस पार्टी को वोट देने पर विचार करेंगें, जो पुरानी पेंशन बहाली की बात करेगा।



रैली की अध्यक्षता करते हुए कामरेड हरि किशोर तिवारी ने कहा कि पूर्व में उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी, देश के वर्तमान रक्षामंत्री व लखनऊ के सांसद माननीय राजनाथ सिंह जी समेत 56 सांसदों द्वारा पुरानी पेंशन बहाली के लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखा जा चुका है। अतः इस सम्बन्ध में यदि समय रहते केन्द्र सरकार निर्णय नहीं लेती है तो सरकारी कर्मचारियों के समक्ष हड़ताल के अतिरिक्त कोई अन्य विकल्प नहीं दिखाई देता है। उन्होंनें बताया कि उत्तर प्रदेश के 55 जिलों में पेंशन-रथ यात्रा के दौरान राज्य कर्मचारियों, केन्द्रीय कर्मचारियों, शिक्षकों, निगम व निकाय कर्मचारियों से प्राप्त अपार जन-समर्थन से यह स्पष्ट है कि कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली से नीचे किसी समझौते को राजी नहीं है। कामरेड तिवारी ने कहा कि 18 से 19 वर्षों की सेवा कर नई पेंशन स्कीम के अन्तर्गत सेवानिवृत्त कर्मचारियों को प्रतिमाह एक से 2 हजार के मध्य मासिक पेंशन राशि प्राप्त हो रही है, जिससे सेवानिवृत्त कर्मचारी व उसका परिवार की जीविका चलाना असम्भव है।प्रान्तीय रैली के प्रदेश संयोजक कामरेड आर.के.पाण्डेय ने उपस्थित लाखों कर्मचारियों को उनकी एकता के लिए बधाई देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सदैव देश को नेतृत्व प्रदान करता रहा है व सरकारी कर्मचारियों की हर प्रमुख मांग को यहीं से प्राप्त जन-समर्थन के आधार पर मनवाने में सफलता मिली है व आज की रैली सरकार के लिए एक आइना है।

इस अवसर पर कन्फेडेरशन के राष्ट्रीय सचिव कामरेड एस.बी. यादव ने कहा कि आज पुरानी पेंशन को लेकर विभिन्न राज्यों में हुए आन्दोलनों के परिणामस्वरूप छः राज्यों में पुरानी पेंशन योजना लागू हो चुकी है और यदि केन्द्र सरकार समय रहते इस सम्बन्ध में हमारी मांग को स्वीकार नहीं करती है, तो उसे आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ता से हाथ भी धोना पड़ सकता है। शिक्षक नेता कामरेड सुशील पाण्डेय ने कहा कि पेंशन हमारा अधिकार है, इसे हर हाल में हासिल करेंगें। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ नेता कामरेड योगेश त्यागी ने कहा कि पूर्व में लगभग 2 करोड़ नागरिकों द्वारा महामहिम राष्ट्रपति महोदया को पुरानी पेंशन बहाली हेतु पिटीशिन भेजी जा चुकी है। कामरेड शिवबरन सिंह यादव ने कहा कि यदि सरकार अब भी हमारी बात नहीं मानती है तो हम शीघ्र ही संसद घेराव के निर्णय को बाध्य होंगें। आयकर कर्मचारी नेता कामरेड बृजेश यादव ने कहा कि सरकारी कर्मचारी अब किसी छलावे में नहीं आने वाला है। नरमू के अध्यक्ष कामरेड बसंत चतुर्वेदी ने कहा कि रेल कर्मचारी आवश्यकता पड़ने पर पूरे देश में रेलों का चक्का जाम कर देगा। वरिष्ठ रेल नेत्री श्रीमती प्रवीना सिंह ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश के युवा व महिला पुरानी पेंशन बहाली के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है व आवश्यकता पड़ी तो दुर्गा का रूप भी धारण करने में पीछे नहीं हटेगी। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की जिला मंत्री श्रीमती अमिता त्रिपाठी ने महिलाओं का आहवान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हम पुरानी पेंशन आन्दोलन में सरकार से दो-दो हाथ कर ही लें। इस अवसर पर युवा नेता कामरेड रंजन सिंह, शूभ्रांशु तिवारी व नेत्री श्रीमती प्रीति सिंह ने भी युवाओं की ओर से रैली में जोश भरने का काम किया। इस दौरान एस.बी. सिंह, संतोष तिवारी, डा. प्रदीप  सिंह, सुभाष पाण्डेय, हेमंत श्रीवास्तव, राधारमण मिश्रा, योगेश मिश्रा, विवेक यादव, रामा यादव, सर्वेश शर्मा, संजय सिंह, राजेश पाल, अमरजीत मिश्रा, नितिन सिंह, नरेन्द्र पाल सिंह, अशोक कुमार सिंह, संजय यादव,डीएस दीक्षित, शशि कांत श्रीवास्तव, आलोक यादव, प्रेम कुमार सिंह, अरूण सिंह, जेपी तिवारी, वीरेन्द्र यादव,सरनाम सिंह, एसबी सिंह, रामसुमेर, संजीव गुप्ता, हरिओम चौधरी,तापस मिश्रा, सुनील भड़ाना, आलोक कुमार सिंह, अनिल कुमार सिंह, राम सुरेश सिंह, इं. एन.डी. द्विवेदी, विवेक कुमार, उमाशंकर सिंह, डाक्टर नरेश, नरेश कौशिक, इं. जीएन सिंह और प्रेम कुमार मिश्रा ने सम्बोधित किया। प्रान्तीय हुंकार रैली में उमड़े अपार जन समूह से राजधानी लखनऊ में आम नागरिकों में भी पुरानी पेंशन बहाली के लिए उत्सुकता दिखाई पड़ी।