राजधानी लखनऊ के बंदी माता मंदिर में हुआ सात दिवसीय सप्तचंडी महायज्ञ का आयोजन


राजधानी लखनऊ के डाली बाग स्थित बंदी माता मंदिर में हर साल की भांति इस साल भी 41 वा सप्तचंडी महायज्ञ भागवत कथा का सात दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मंदिर के महंत महाराज देवेंद्र पुरी अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा काशी द्वारा  बताया  कि हर साल  जनमानस के कल्याण, प्रकृति और आपदाओं से विश्व के कल्याण के  उद्देश्य से इस सप्तचंडी महायज्ञ का आयोजन मंदिर द्वारा किया जाता है । सातों दिन महायज्ञ चलता है साथ ही भागवत कथा, रासलीला का भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है । इससे सप्तचंडी महायज्ञ में सम्मिलित होने के लिए हमारे प्रदेश के कई महान विभूतियां , राजनेता आते हैं और माता की कृपा प्राप्त करते हैं। पूर्व में स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस महायज्ञ में आ चुके हैं। महायज्ञ के तीसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ० दिनेश शर्मा , क्षेत्र के पार्षद रणधीर सिंह , पूर्व पार्षद रेखा रोशनी, पारा क्षेत्र के पार्षद नागेंद्र सिंह आदि कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। डॉ दिनेश शर्मा ने बताया कि वह इस मंदिर से कई वर्षों से जुड़े हैं और लगातार हर वर्ष महायज्ञ में आते हैं



 उसके साथ ही उन्होंने कहा कि  मंदिर के सुंदरीकरण के लिऐ कार्य करेंगे और  इस मंदिर को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकासित करेगे। मंदिर के महंत मनोहर पुरी ने बताया की हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी इस सप्तचंडी माहयज्ञ का आयोजन बड़े ही भव्य रुप से हो रहा है और दूर-दूर से भक्त गण इस महायज्ञ में शामिल होने मंदिर परिसर में आते हैं और अंतिम दिन एक भव्य कार्यक्रम के साथ विशाल भंडारे के आयोजन के साथ इस महायज्ञ का समापन होगा । जिसमें मनोहर पुरी ने सभी भक्त जनों से आग्रह कि इस जनकल्याणकारी सप्तचंडी महायज्ञ में शामिल होकर माता की कृपा का पात्र बने।