भारत के मुकाबले विदेश में बढ़ रहा हैं हिंदी का महत्व




 राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित इंडियन कॉफी हाउस में सरस्वती हिंदी जगत ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया । इस प्रेस वार्ता का मुख्य उद्देश्य हिंदी को समाज में आगे लाना और बताना की हिंदी कितनी ज्यादा जरूरी है। सरस्वती हिंदी जगत की  संस्थापिका प्रियंका मिश्रा ने बताया कि उन्होंने कैसे यह सफर शुरू किया और कैसे विदेशी बच्चों को इससे जोड़ा। उनका कहना था कि वह सिंगापुर में पहले से ही विदेशी बच्चों को पढ़ा रही थी । लॉकडाउन के कारण उन्हें वापस भारत आना पड़ा जहां से उन्होंने अपने घर से इस आर्गेनाइजेशन को शुरू किया उनका साफ तौर पर यही कहना है ।की हिंदी हमारे देश के लिए बेहद जरूरी है और वह हिंदी से बेहद प्यार करती हैं और वह महिलाओं को इसके जरिए रोजगार भी दे रही है और महिलाएं सशक्त हो रही है जैसा हमारे देश के प्रधानमंत्री चाहते थे। इसके साथ ही उन्होंने हिंदी दिवस के अवसर पर सरकार और देशवासियों से कहा कि  हमें अपनी मातृभाषा हिंदी को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देना चाहिए और आने वाली पीढ़ी को भी हिंदी भाषा  से जोड़ना चाहिए। सरकार को भी हिंदी भाषा को मुख्य धारा में रखने के लिए और भी प्रयास करने चाहिए ताकि जिस प्रकार हमारे देश में पाश्चात्य भाषा और संस्कृति का बढ़ावा हो रहा है कहीं हमारी हिंदी भाषा इन सब में दब के ना रह जाए । इसी उद्देश्य से उनकी संस्था निरंतर हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है।  प्रेस वार्ता में संस्था की अध्यक्षा प्रियंका मिश्रा,अभिषेक मिश्रा, प्रतिभा मौर्य, महिमा पाठक ,अंजुला अग्रवाल, सारिका अग्रवाल, अर्ची जैन, रूचि अग्रवाल, गरिमा अग्रवाल, तृप्ति शुक्ला आदि मौजूद रही।